हिमाचल में हुई भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हुआ, अभी तक 80 की मौत, चंद्रताल से लोगों को किया गया एयरलिफ्ट; इन जिलों में हाई अलर्ट
- By Arun --
- Tuesday, 11 Jul, 2023
Due to heavy rains in Himachal, life was completely disrupted, so far 80 died, people were airlifted
शिमला:हिमाचल में हुई बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। हजारों लोगों के घर बह गए। शिमला नालागढ़ रोड पर भूस्खलन के कारण पिछले दो तीन दिनों से बंद पड़ा हुआ है। इसने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है।
तीन दिनों में 80 लोगों की मौत
प्रदेश पुलिस की कार्यकारी महानिदेशक सतवंत अटवाल ने बताया कि मानसून में अभी तक हिमाचल प्रदेश में 80 लोगों की मौत हो चुकी है, इसमें सड़क हादसों के कारण होने वाली मौतें भी शामिल हैं। 470 पालतू पशुओं की मौत हुई है। अभी तक मानसून 100 मकानों को पूरी तरह से ध्वस्थ कर चुकी है। जबकि 350 मकानों को नुकसान हुआ है। दस लोग अभी भी लापता हैं जिनका पता लगाया जा रहा है।
नौ सौ लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकाला जा रहा है। चंद्रताल से सेना के हेलीकाप्टर से बीमार और बुजुर्ग पांच लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। चंद्रताल में 350 के करीब लोग फंसे हुए हैं। अभी तक 1050 करोड़ के नुकसान का आकलन कर लिया गया है जबकि नुकसान को चार हजार करोड़ तक बताया जा रहा है।
भयंकर नुकसान
1242 सड़कें भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। 2577 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से सैकड़ों गांव में बिजली नहीं है। 1418 पेयजल योजनाओं के प्रभावित होने के कारण पानी की सप्लाई भी नहीं हो सकी है। यातायात बिजली, पानी और संचार सेवाएं प्रभावित हैं। प्रदेश में करीब आठ स्थानों पर भारी वर्षा के कारण अचानक बाढ़ आ गई।
24 घंटों के दौरान 250 मिलीमीटर वर्षा दर्ज
भारी वर्षा और बढ़ती नमी के कारण फलदार पौधों सेब, प्लम, खुबानी नाशपाती, आम लीची और अन्यों में जड़ सडन रोग सहित अन्य बीमारियों के पनपने का खतरा पैदा हो गया है। बीते 24 घंटे के दौरान नाहन में सबसे अधिक 250 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। यही नहीं हवाई सेवाएं भी रोक दी गई है।
थोड़ी राहत
अभी भी राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने आगामी चौबीस घंटों के दौरान भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शिमला सोलन, सिरमौर व कुल्लू में कुछ स्थानों पर अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है। सुबह से बादल छाए हुए हैं वर्षा न होने से कुछ राहत मिली है।
सीएम सुक्खू का दौरा
इन हालात में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने जिला कुल्लू के दौरे के दौरान भुंतर एयरपोर्ट से सीधे सैंज की ओर हेलीकॉप्टर से घाटी में हुए नुकसान का जायजा लिया। नुकसान अधिक बताया जा रहा है।
300 से अधिक लोग चंद्रताल में फंसे
वहीं सरकार ने भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मांग की है। दरअसल चंद्रताल में लगभग 300 लोग फंसे हुए हैं। जिनमें कुछ पर्यटक भी शामिल हैं। ये लोग 14,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित चंद्रताल में शिविरों में फंस गए हैं।
प्रशासन ने आश्वासन दिया कि सभी फंसे हुए लोगों को मंगलवार रात तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को पहाड़ी राज्य में विभिन्न स्थानों से लगभग 100 लोगों को बचाया गया। वहीं मंगलवार को चंद्रताल से 7 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया।
इन जिलों में बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर और किन्नौर जिलों में मध्यम से उच्च बाढ़ की संभावना की चेतावनी दी है। सिरमौर, शिमला, मंडी और किन्नौर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। नाहन में 250 मिमी बारिश हुई, इसके बाद धौला कुआं (138.5 मिमी), जुब्बरहट्टी (90 मिमी), कुफरी (67 मिमी), नारकंडा (65 मिमी), शिमला (64 मिमी), मशोबरा (60.5 मिमी), कल्पा (48 मिमी), रिकांगपिओ (42 मिमी), मंडी (46 मिमी) और सुंदरनगर (45 मिमी)।